शेयर मार्केट में निवेश को जानने से पहले यह समझने का प्रयास किया जाना चाहिए कि आख़िर हमें निवेश करने की आवश्यकता ही क्यों होती है ?
उपर्युक्त प्रश्न का उत्तर समझने से पहले, हम समझें कि क्या होगा यदि आप कोई निवेश नहीं करना चाहते हैं ।आइए मान लीजिए कि आप प्रति माह ₹50,000 / - कमाते हैं और आप ₹30,000 रुपये खर्च करते हैं - जिसमें आपके जीवन व्यापन के लिए आवास, भोजन, परिवहन, खरीदारी, चिकित्सा इत्यादि शामिल हैं। अब इनके बाद ₹20,000 / - रुपये का शेष आपका मासिक अधिशेष( सब ख़र्च निकालने के बाद जो पैसा आपकी जेब में बचता है) है । सादगी के लिए, आइए हम इस चर्चा में व्यक्तिगत आयकर(personal income tax) को बिल्कुल हटा देते है यानी उसे गणना में शामिल नहीं करते हैं।
इसे अच्छे से समझने के लिए हम कुछ कल्पनाएँ करते हैं :-
-आपका नियोक्ता ( नौकरी देने वाला) आपके वेतन में प्रतिवर्ष 10% की वृद्धि करता है ।
-सालाना रहने की लागत(आवास लागत) 8% प्रति साल तक बढ़ने की संभावना है।
-आप 30 साल के हैं और 50 साल की उम्र में सेवानिवृत्त (रिटायर) होने की योजना बना रहे हैं। अब आपके पास कमाई के लिए सिर्फ़ 20 साल और बचे हैं।
-रिटायर होने के बाद आप काम करने का इरादा नहीं रखते हैं।
-आपके खर्च तय( fix) किए गए हैं और किसी भी अन्य खर्च की भविष्यवाणी नहीं करते हैं अर्थात् कोई नया ख़र्च आपके रोज़मर्रा या दैनिक ख़र्च में नहीं जुड़ेगा ।
-प्रति माह 20,000 / - रुपये की शेष राशि नकद के रूप में बरकरार रखी जाती है अर्थात् आप उसे अपने पास cash के रूप में रखते हैं ।
इन धारणाओं के अनुसार, यहां 20 साल में कैश बैलेंस इस प्रकार दिखता है-
यदि कोई इन नंबरों का विश्लेषण करना चाहे, तो आपको जल्द ही पता चलेगा कि यह एक डरावनी स्थिति है। उपरोक्त गणनाओं से कुछ चीजें काफी चौंकाने वाली हैं:-
कड़ी मेहनत के 20 वर्षों के बाद आपने ₹1.7 करोड़ जमा किए हैं।चूंकि आपके खर्च तय किए गए हैं, इसलिए आपकी जीवनशैली पिछले कुछ वर्षों में बदली भी नहीं है, शायद आपने अपनी आजीवन आकांक्षाओं(इच्छाओं) को भी दबा दिया - बेहतर घर, बेहतर कार, छुट्टियां इत्यादि।रिटायर होने के बाद, यह मानते हुए कि आपके खर्च 8% पर बढ़ते रहेंगे तथा ₹1.7 करोड़ सेवानिवृत्ति( Retirement) के बाद भी जीवन के लगभग 8 वर्षों तक ख़र्च कर जीवन चलाने के लिए पर्याप्त है। 8 वें वर्ष के बाद आप एक ऐसी जगह पर खड़े होंगे जहाँ अब आपके पास ख़र्च करने के लिए पहले की कोई बचत नहीं होगी।8 साल के समय में आप अपनी सारी बचत ख़र्च कर देने के बाद क्या करेंगे? आप अपने जीवन को आगे कैसे फंड( money) करेंगे? क्या यह सुनिश्चित करने का कोई तरीका है कि 20 वर्षों के बाद भी आपके जीवन के लिए बहुत सारा पैसा आपके पास इकट्ठा रहेगा?
आइए एक और उदाहरण पर विचार करें जहां नकद को निष्क्रिय (बिना निवेश के अपने पास कैश के रूप में ) रखने की बजाय, आप एक निवेश विकल्प में नकद निवेश करना चुनते हैं जो कि सालाना 12% बढ़ता है। उदाहरण के लिए - पहले वर्ष में आपने 2,40,000 / - रुपये बनाए रखा था, जो 20 साल के लिए प्रति वर्ष 12% पर निवेश किया गया था, इस तरह के निवेश के बाद पहले वर्ष के अंत में आपके पास ₹2,067,063 / - बचे रहेंगे, और इसी तरह 20 वर्ष के पश्चात आपका निवेश नीचे दी गई सारणी के अनुसार दिखेगा -
इस प्रकार हम देखते हैं कि अधिशेष नकद को निवेश करने के फैसले के साथ, आपकी नकद शेष राशि में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। नकद शेष राशि ₹1.7 करोड़ रुपये से बढ़कर ₹4.26 करोड़ रुपये हो गई है। यह नियमित राशि की 2.4 गुना है। यह आपके सेवानिवृत्ति के बाद के जीवन को अच्छे से जीने के लिए आपको एक बेहतर स्थिति में रहने का मौक़ा देती है।
अब, निवेश के शुरुआती सवाल पर वापस चलते हैं कि निवेश क्यों करना चाहिए ?
निवेश करने के लिए कुछ अनिवार्य कारण हैं ..
- मुद्रास्फीति से लड़ें - निवेश करके जीवन को बढ़ते ख़र्चों के साथ ढाल सकते हैं, बढ़ती हुई महँगाई के साथ अपने धन की क़ीमत को भी बढ़ा सकते हैं।
- धन बनाएँ - उपर्युक्त उदाहरण में समय अवधि सेवानिवृत्ति तक थी, लेकिन यह कुछ भी हो सकता है - बच्चों की शिक्षा, शादी, घर की खरीद, सेवानिवृत्ति छुट्टियां इत्यादि।
- जीवन की वित्तीय आकांक्षा को पूरा करने के लिए।
अतः यह तो हमारे लिए आवश्यक हो जाता है कि अपने धन को निष्क्रिय बनाए रखने के बजाय उसे कहीं तो निवेश करें।
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